आत्मनिर्भर भारत पहल
एवीएनएल इकाइयाँ कवच लड़ाकू वाहन जैसे बैटल टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (आईसीवी), माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (एमहीवी), लॉजिस्टिक व्हीकल आदि बनाती हैं। यह उल्लेख करना उचित है कि सैन्य लॉजिस्टिक वाहन एवं माइन प्रोटेक्टेड वाहन पूरी तरह से स्वदेशी निर्मित हैं। कवच टैंकों यानी टी-72 टैंक, टी-90 टैंक एवं बीएमपी-II (आईसीवी) का स्वदेशीकरण प्रतिशत स्तर क्रमशः 96%, 80% एवं 98.5% है।
सभी आइटम / लाइन रिप्लेसमेंट यूनिट (एलआरयू) जो अभी तक स्वदेशी नहीं हैं, उनके लिए स्वदेशीकरण की कार्रवाई पहले ही शुरू की जा चुकी है। मेक-II के तहत सोर्स डेवलपमेंट ऑर्डर / प्रोजेक्ट स्वीकृति आदेश जारी किए जा चुके हैं और उत्पाद डिजाइन एवं विकास के अधीन हैं तथा उनकी जाँच एवं परीक्षण किया जाएगा। रिपोर्ट की इस तिथि तक, कुल 6 एलआरयू पहले ही स्वदेशीकृत किए जा चुके हैं, जो इस प्रकार हैं:
- इलेक्ट्रिक मोटर (टी-90)
- डीकंटैमिनेशन सेट (टीडीपी सेट) (बीएमपी-II)
- स्टार्टर जेनरेटर 18 किलोवाट (टी-90)
- लिंक लोडिंग मशीन असेंबली (टी-72, टी-90)
- जायरो ड्रिफ्ट इंडिकेटर जीपीके-59 (बीएमपी-II)
- सिस्टम (टी-90)
एवीएनएल द्वारा किए गए स्वदेशीकरण प्रयासों के आधार पर, विदेशी मुद्रा व्यय के लिए लगभग 3.65 करोड़ रुपये की बचत हुई है।