एवीएनएल महिला कल्याण समिति, भारी वाहन निर्माणी की इकाई की गतिविधियों पर एक नज़र
एवीएनएल महिला कल्याण समिति, एचवीएफ इकाई एवीएनएल इस्टेट की महिलाओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों में लगी हुई है। एवीएनएल इस्टेट में एवीएनएल महिला कल्याण समिति एचवीएफ इकाई के अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधि केंद्र कार्यरत हैं:-
अंकुर विद्या मंदिर
अंकुर विद्या मंदिर की स्थापना वर्ष 1963 में एचवीएफ प्रबंधन के तहत की गई थी और उसके बाद वर्ष 2002 के दौरान इस स्कूल को महिला कल्याण संघ एचवीएफ शाखा ने अपने अधीन कर लिया और एवीएनएल महिला कल्याण समिति के गठन के बाद, स्कूल को अब एवीएनएल महिला कल्याण समिति एचवीएफ इकाई के प्रबंधन के अधीन रखा गया है।
अब अंकुर विद्या मंदिर में प्री-केजी, एलकेजी और यूकेजी कक्षाओं में 704 छात्र, 21 शिक्षण कर्मचारी और 20 सहायक कर्मचारी हैं।
अंकुर विद्या मंदिर विभिन्न सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों जैसे फैंसी ड्रेस, हस्तलेखन प्रतियोगिता, एकल नृत्य, क्ले मोल्डिंग, ड्राइंग प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, तुकबंदी प्रतियोगिता आदि भी प्रदान करता है। स्कूल विभिन्न कार्यक्रमों जैसे खेल दिवस, दादा-दादी दिवस, रंग दिवस समारोह जैसे तिरंगा दिवस, बैंगनी दिवस, लाल दिवस, गुलाबी दिवस, नीला दिवस और हरा दिवस आदि में छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करता है। स्कूल सभी राष्ट्रीय समारोहों और त्यौहारों को रंगारंग तरीके से मनाता है।
छात्रों को नवीनतम तकनीकी और आधुनिक शिक्षण मानकों से लैस करने के लिए स्कूल में ऑडियो विजुअल कक्ष, स्मार्ट क्लास सुविधाएं, कंप्यूटर लैब, खिलौने कक्ष आदि की सुविधा है।
एवीएनएल-डब्लूडब्ल्यूए एचवीएफ (एलपीजी) अनुभाग
एवीएनएल महिला कल्याण समिति, एचवीएफ (एलपीजी) अनुभाग, महिला कल्याण समितिगैस एजेंसी, एवीएनएल इस्टेट की स्थापना वर्ष 1985 में एचवीएफ एस्टेट में तत्कालीन आयुध निर्माणियों/प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों के लाभ के लिए की गई थी। अब इस गैस एजेंसी के लगभग 2500 ग्राहक हैं और इसका वार्षिक कारोबार 2,02,46,596.00 है। इस गैस एजेंसी में दैनिक कारोबार को प्रबंधित करने के लिए 8 कर्मचारी काम करते हैं।
एवीएनएल महिला कल्याण समिति एचवीएफ कलासंगम
एवीएनएल-महिला कल्याण समिति, एचवीएफ इकाई में एक कलासंगम है जिसमें शास्त्रीय नृत्य कक्षा, टाइपराइटिंग संस्थान एवं एक सिलाई कक्षा शामिल है। शास्त्रीय नृत्य कक्षा में लगभग 50 छात्र प्रशिक्षण/अभ्यास प्राप्त कर रहे हैं, लगभग 24 छात्र टाइपराइटर संस्थान में अध्ययन कर रहे हैं और लगभग 07 छात्र वर्तमान में सिलाई संस्थान में सिलाई सीख रहे हैं।