मुख्य युद्धक टैंक (अर्जुन)
तकनीकी विनिर्देश
- कुल लंबाई (बंदूक आगे की ओर): 10.638 मीटर
- कुल ऊंचाई (बंदूक पीछे की ओर): 9.546
कुल ऊंचाई (एडी गन माउंट के साथ): 3.03 मीटर (बुर्ज की छत: 2.32 मीटर)
वजन: 58.5
टीक्रू: 4 अधिकतम।
सड़क की गति: 70KMP
HEइंजन की शक्ति: 1400
HPGun: 120mm
फायर की दर: 8 राउंड/मिनट
प्रकार: 120mm
FSAPDS 120mm
HESHमात्रा: 42 राउंड
सह-अक्षीय मशीन गन: 7.62mm
एंटी एयरक्राफ्ट मशीन गन: 12.7mm
मुख्य विशेषताएं
अर्जुन एमबीटी बेहतरीन फायरपावर, उच्च गतिशीलता और बेहतरीन सुरक्षा के साथ अत्याधुनिक टैंक प्रदान करता है। संपूर्ण ऑटोमोटिव और फायरिंग परीक्षणों के सफल समापन के बाद, एचवीएफ में निर्मित अर्जुन एमबीटी को सेवाओं में शामिल किया गया। अर्जुन एमबीटी एमके I को टैंक विशेषज्ञों द्वारा "डेज़र्ट फेरारी" नाम दिया गया है। इसका डिज़ाइन 1986 में शुरू हुआ और 1996 में पूरा हुआ। यह 2004 में भारतीय सेना में शामिल हुआ। अर्जुन एमके-1ए में 54.3% स्वदेशी सामग्री है, जबकि पहले वाले मॉडल में 41% थी। इसे "हंटर किलर" के नाम से भी जाना जाता है। टैंक का नवीनतम संस्करण एक विशाल 120 मिमी राइफल वाली बंदूक और कंचन कवच से सुसज्जित है, जो इसे सेना की सूची में सबसे शक्तिशाली बख्तरबंद प्रणाली बनाता है।